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चंद्रिका टंडन ने जीता 67वां ग्रैमी अवॉर्ड, पीएम मोदी ने दी सराहना

इंडियन-अमेरिकी सिंगर चंद्रिका टंडन ने कल ग्रैमी अवॉर्ड जीतकर पूरे भारत का नाम रौशन कर दिया है। चंद्रिका ने संगीत की दुनिया का सर्वश्रेष्ठ अवॉर्ड ग्रैमी पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया है। इस मौके पर उन्हें भारत से खूब प्यार मिल रहा है।  

चंद्रिका टंडन ने साउथ अफ्रीकन बांसुरी वादक वाउटर केलरमैन और जापान के इरु मात्सुमोतो के साथ मिलकर एल्बम त्रिवेणी को बनाया था जिसे दुनियाभर से प्यार मिला था। उनकी इस बड़ी जीत  पर खुद प्रधानमंत्री ने उन्हें बधाई दी है।

पीएम मोदी ने जीत पर दी बधाई
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर किया है। पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘त्रिवेणी’ एल्बम के लिए ग्रैमी जीतने पर चंद्रिका टंडन को बधाई। संगीतकार के रूप में उनकी उपलब्धियों पर हमें बहुत गर्व है! यह सराहनीय है कि वह भारतीय संस्कृति के प्रति कितनी जुनूनी हैं। वो इसे लोकप्रिय बनाने के लिए काम कर रही हैं।

पीएम मोदी ने चंद्रिका टंडन को ‘प्रेरणा’ भी कहा है। उन्होंने आगे लिखा, 'वह लोगों के लिए प्रेरणा हैं। मुझे साल 2023 में न्यूयॉर्क में उनसे हुई मुलाकात याद है।'

जानकारी के लिए बता दें कि चंद्रिका रिश्ते में पेप्सिको की पूर्व सीईओ इंद्रा नूयी की बड़ी बहन लगती हैं। वो म्यूजिशियन होने के साथ एंटरप्रेन्योर भी हैं। वो ग्लोबल बिजनेस लीडर्स की लिस्ट में शामिल हैं। ये पहली बार नहीं जब ग्रैमी अवॉर्ड्स तक पहुंची हो। साल 2011 में एल्बम 'सोल कॉल' के लिए उन्हें बेस्ट कंटेंपरेरी वर्ल्ड म्यूजिक एल्बम कैटिगरी में नॉमिनेशन मिला था।

ये उनका पहला स्टूडियो एल्बम था। उनके पालन पोषण की बात करें तो चंद्रिका चेन्नई में पली बढ़ी हैं। तमिल ब्राह्मण परिवार में उनका जन्म हुआ था और उनकी मां म्यूजिशियन थीं और तो वहीं पिता बैंकर थे।

अहमदाबाद से की है पढ़ाई
चंद्रिका की पढ़ाई मद्रास के क्रिश्चियन कॉलेज से हुई। IIM अहमदाबाद से उन्होंने बिजनेस में ग्रेजुएशन किया है। महज 24 साल की उम्र में चंद्रिका को न्यूयॉर्क की मैकिन्से एंड कंपनी में जॉब ऑफर हुई थी। इस कंपनी में पार्टनर बनने वाली वो पहली भारतीय-अमेरिकी हैं। सिंगर होने के साथ वो कंपोजर भी हैं। हिंदुस्तानी, वेस्टर्न म्यूजिक पर उन्होंने खूब काम किया है और त्रिवेणी उनकी छठी एल्बम है।

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