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Opinion Poll: बीजेपी, AAP, या कांग्रेस, दिल्ली की जनता किसे देने जा रही अपना कीमती वोट? विधानसभा चुनाव पर सबसे सटीक ओपिनियन पोल

देश की राजधानी दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है. दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए तीनों मुख्य राजनीतिक दलों आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस ने कमर कस ली है, हालांकि मुकाबला केवल आप और बीजेपी में ही नजर आ रहा है. कांग्रेस इस चुनाव में पूरी तरह से बैकफुट पर नजर आ रही है.

चुनाव को लेकर तमाम पार्टियों के स्टार प्रचार जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं और हवा का रुख अपनी ओर करने की कोशिश कर रहे हैं. वैसे तो चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को सामने आएंगे लेकिन उससे पहले इंडिया डेली लाइव की टीम ने WeePreside के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली की जनता से रायशुमारी की है, जनता की राय जानकर हमें लगभग-लगभग यह अंदाजा हो चुका है कि दिल्ली की सत्ता पर कौन काबिज होने जा रहा है. हमारे द्वारा किए गए ओपिनियन पोल के आंकड़े आपको चौंका सकते हैं, तो आइए जानते हैं दिल्ली की जनता इस बार इसे अपना मुखिया चुनने जा रही है…

आंकड़ों की तरफ बढ़ने से पहले एक बार दिल्ली में मतदाताओं के डेटा पर नजर डाल लेते हैं…

राजधानी में पुरुष मतदाताओं की संख्या  8,278,772 से बढ़कर 8,349,645 हो गई है, यानी 70,873 की बढ़ोतरी हुई है. वहीं, महिला मतदाताओं की संख्या में 96,426 की बढ़ोतरी हुई है…यानी 7,077,526 से बढ़कर 7,173,952 हो गई है…इस बीच, थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या में भी थोड़ी बढ़ोतरी हुई है, जिसमें अक्टूबर 2024 से 30 नए मतदाता जुड़े हैं …..

दिल्ली में मतदाताओं का गणित

कुल वोटर्स- 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858
पुरुष- 83 लाख 49 हजार 645
महिला- 71 लाख 73 हजार 952
ट्रांसजेंडर- 1261

दिल्ली की सबसे पॉपुलर सीट

नई दिल्ली: राजनीतिक महत्व के हिसाब से नई दिल्ली विधानसभा सीट दिल्ली की सबसे चर्चित सीट बन गई है और वजह है अरविंद केजरीवाल. आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लगातार चौथी बार इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश की है. भाजपा ने उनके खिलाफ दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा को उतारा है जबकि कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है.

कालका जी: नई दिल्ली के बाद कालका जी विधानसभा  सीट सबसे ज्यादा चर्चित सीट है. इस सीट पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के सामने बीजेपी के सबसे विवादित नेता और वर्तमान सांसद रमेश बिधूड़ी मैदान में हैं. कांग्रेस ने अल्का लांबा को यहां टिकट दिया है.

पटपड़गंज: जाने माने शिक्षक अवध ओझा ने एकाएक दिल्ली विधानसभा चुनाव में एंट्री मारी और पटपड़गंज का टिकट हथिया लिया. आम आदमी पार्टी ने भी उनकी प्रसिद्धी को देखते हुए ओझा को उम्मीदवार घोषित करने में देर नहीं लगाई. ओझा का सामना बीजेपी के कद्दावर नेता रविंदर सिंह नेगी से है. बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने रविंदर नेगी के तीन बार पैर छूकर उन्हें और भी ज्यादा लाइम लाइट में ला दिया है. पिछले विधानसभा चुनाव में नेगी आप उम्मीदवार मनीष सिसोदिया से मात्र 3207 वोटों से हारे थे. कांग्रेस ने यहां अनिल कुमार को टिकट दिया है.

जंगपुरा: पिछली बार पटपड़गंज से चुनाव जीते आप के पूर्व डिप्टी सीएम को इस बार जंगपुरा से उम्मीदवार बनाया गया है. सिसोदिया का मुकाबला बीजेपी के तरविंंदर सिंह मारवाह और कांग्रेस के फरहद सूरी से है.

करावल नगर: करावल नगर पर आम आदमी पार्टी के नेता मनोज त्यागी का मुकाबला भाजपा के फायरब्रांड नेता कपिल मिश्रा और कांग्रेस के पीके मिश्रा से है. 2020 के विधानसभा चुनाव में यह सीट बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट ने 96,721  (50.6%) वोटों से जीती थी. कपिल मिश्रा 2015 में इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं, हालांकि उस समय वह आप के उम्मीदवार थे. 2019 में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था.

अब बात उन सीटों की जिन पर बीजेपी का प्रदर्शन शानदार रहा है लेकिन वह जीत दर्ज करने में नाकाम रही है. बड़ी बात ये है कि कई सीट तो इसमें ऐसी हैं…जहां भले ही किसी और पार्टी ने जीत दर्ज की हो…लेकिन बीजेपी दूसरे नंबर पर रही है…

नई दिल्ली विधानसभा सीट
1993 में वजूद में आई नई दिल्ली विधानसभा सीट पर सबसे पहले बीजेपी के उम्मीदवार कीर्ति आजाद जीते थे. हालांकि उसके बाद बीजेपी का जनाधार इस सीट पर खिसकता गया और 1998 से 2008 तक यहां से कांग्रेस की शीला दीक्षित विधायक रहीं. वहीं 2013 में अरविंद केजरीवाल ने यह सीट हथिया ली  और तब से वे लगातार इस सीट से विधायक हैं.

सीलमपुर
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की सीलमपुर सीट मुस्लिम बहुल सीट है. 1993 से अब तक बीजेपी इस सीट पर अपना खाता नहीं खोल पाई है, हालांक वह यहां हमेशा दूसरे नंबर पर रही. यहां एक बार जनता दल, एक बार निर्दलीय, 3 बार कांग्रेस और 2 बार आप की जीत हुई.

कोंडली
पूर्वी दिल्ली की यह सीट SC रिजर्व सीट है. 2008 में यहां पहली बार चुनाव हुआ था. तब से लेकर अब तक कांग्रेस या आम आदमी पार्टी ने ही इस सीट पर चुनाव जीता. बीजेपी यहां हमेशा दूसरे नंबर पर रही.

ओखला
ओखला साउथ ईस्ट की मुस्लिम बहुल सीट है. इस सीट पर जनता दल, कांग्रेस और AAP जीत चुके हैं. बीजेपी 2015 और 2020 में यहां दूसरे नंबर पर रही.

अंबेडकर नगर
दलित रिजर्व अंबेडकर नगर सीट पर भी बीजेपी अब तक खाता नहीं खोल पाई है. 2013 तक यहां कांग्रेस जीतती रही लेकन AAP के आने के बाद यहां कोई और नहीं जीत सका.

देवली
दक्षिणी दिल्ली की देवली सीट पर 2008 में पहली बार विधानसभा  चुनाव हुआ था, तब कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली जीते थे. हालांकि 2013 में आम आदमी पार्टी ने यहां से चुनाव जीता.

जंगपुरा
दक्षिण पूर्व दिल्ली की जंगपुरा सीट पर मुस्लिम, पंजाबी और दलित एक्स फैक्टर की भूमिका निभाते हैं.  1993  से 2008 तक यहां से कांग्रेस जीतती रही. 2013 से 2020 तक यहां आप ने जीत हासिल की.

विकासपुरी
विकासपुरी में पहला चुनाव 2008 में हुआ था जिसमें कांग्रेस ने बाजी मारी. वहीं 2013 में आम आदमी पार्टी ने इस सीट पर कब्जा कर लिया.

बल्लीमारन
मशहूर शायर मिर्जा गालिब से जुड़ी बल्लीमारन सीट पर भी बीजेपी अब तक अपना खाता नहीं खोल पाई है. 1993 में यहां कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. 

मटिया महल
मुस्लिम बहुल होने के नाते बीजेपी के लिए यहां से चुनाव जीतना हर बार चुनौती भरा रहा है. 1993 से लेकर अब तक यहां AP, JDS, JDU और LJP जीते ने चुनाव जीता है.

सुल्तानपुर माजरा
इस दलित आरक्षित सीट पर सर्वप्रथम 1993 में चुनाव हुआ था, तब से लेकर 2013 तक यहां कांग्रेस का राज रहा, लेकिन फिर 2015 और 2020 में  AAP ने कमान संभाल ली.

मंगोलपुरी
दलित रिजर्व मंगोलपुरी सीट पर 1993 से लेकर 2008 तक कांग्रेस जीतती रही. वहीं 2013 से 2020 तक आप ने इस सीट पर जीत हासिल की.

दिल्ली में उम्र के हिसाब से वोटर्स
उम्र                                             वोटर
18-19                                     2, 08, 302
20-29                                    25,89,780  
30-39                                    41,74,823
40-49                                    36,44, 639
50-59                                    24,62, 994 
60-69                                    13,77,909 
70-79                                     7,89, 190
80+                                         2,77,221
TOTAL                                    1,55,24,858

महिलाओं की पसंदीदा पार्टी
AAP – 56%
BJP – 35%
INC -5%
OTH -4%

पुरुषों की पसंदीदा पार्टी
AAP – 46%
BJP – 49%
INC – 3%
OTH – 2%

क्या आप 2100 रुपए वाली स्कीम का समर्थन करते हैं?
पक्ष में महिलाएं –               80% 
विपक्ष में महिलाएं-             20%

दिल्ली में किसके सिर पर सजेगा जीत का सेहरा

अब हम आपको बताते दें कि हमारे सर्वे में शामिल हुए कितने प्रतिशत लोग किस पार्टी के पक्ष में हैं…

सर्वे के मुताबिक दिल्ली विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी को 50-50 सीटें मिलने का अनुमान है और उसका वोट शेयर  51.2% रह सकता है. वहीं बीजेपी को 15-20 सीटों पर जीत नसीब हो सकती है, और उसका वोट शेयर 41.8% रह सकता है.

कांग्रेस का सूपड़ा साफ
सर्वे के मुताबिक, दिल्ली चुनाव में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल रहा है जबकि उसका वोटिंग शेयर 4.1% रह सकता है. वहीं अन्य दलों के खाते में भी एक भी सीट नहीं जा रही है और उनका वोटिंग शेयर 2.9% रह सकता है.

2020 विधानसभा चुनाव नतीजे
पार्टी             सीट             वोट शेयर
AAP            63               53.5%    
BJP             07               38.5%
CONG         00               04.2%

2015 विधानसभा चुनाव नतीजे
पार्टी             सीट                     वोट शेयर
AAP            67                        54.3%    
BJP            03                         32.3%
CONG        00                      09.7%

दिल्ली विधानसभा चुनाव के सबसे ज्वलंत मुद्दे

इस बार दिल्ली के विधानसभा चुनाव में 

  • एंटी इंकम्बैंसी
  • यमुना का पानी
  • विकास
  • महिला
  • मुस्लिम
  • बांग्लादेशी सबसे ज्वलंत मुद्दे हैं.

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